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राम बचन राम बने संयुक्त कृषि निदेशक – विदाई में छलके जज़्बात, किसानों ने जताया स्नेह, अधिकारियों ने किया सम्मान

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कानपुर देहात। ब्यूरो रिपोर्ट: 

कभी खेतों में आधुनिक तकनीकों की अलख जगाने वाले, तो कभी सरकारी योजनाओं को गांव-गांव पहुंचाने वाले उप कृषि निदेशक राम बचन राम अब संयुक्त कृषि निदेशक, बस्ती मंडल (बस्ती) के पद पर पदोन्नत किए गए हैं। यह पदोन्नति उत्तर प्रदेश शासन के कृषि अनुभाग-1 द्वारा दी गई है। इस पदोन्नति एवं स्थानांतरण के अवसर पर विकास भवन सभागार, कृषि विभाग, कानपुर देहात में एक भावभीन मिलन व सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।

एक विदाई… जो दिलों को छू गई
जहां अधिकारियों की आंखों में गौरव की चमक थी, वहीं किसानों की भारी उपस्थिति ने यह स्पष्ट कर दिया कि राम बचन राम केवल एक अफसर नहीं, बल्कि किसानों के सच्चे हमदर्द और मित्र रहे हैं। माल्यार्पण, पुष्पगुच्छ और आत्मीय शब्दों से भरा यह समारोह एक भावुक विदाई में तब्दील हो गया।

कार्य से पहचान, सेवा से सम्मान
अपने कार्यकाल में राम बचन राम ने आधुनिक कृषि तकनीक, जैविक खेती, और सरकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी पहल पर हुए कृषि मेले, प्रशिक्षण शिविर, और प्रदर्शनियों ने हजारों किसानों को नई दिशा दी। किसानों ने उन्हें ‘कर्मयोगी अधिकारी’ की संज्ञा दी।

“यह मेरा परिवार था” – शब्दों में छलका भाव
समारोह में अपने उद्बोधन के दौरान राम बचन राम भावुक हो उठे। उन्होंने कहा –
“यह सम्मान मेरे लिए औपचारिकता नहीं, आत्मीयता का प्रतीक है। कानपुर देहात की माटी, यहां के किसान और मेरे सहयोगी अधिकारी – सब मेरे परिवार जैसे हैं। मैं जहां भी रहूं, किसानों की सेवा मेरी प्राथमिकता रहेगी।”
बस्ती मंडल को मिला समर्पित अधिकारी
वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें कर्तव्यनिष्ठ, संवेदनशील, और किसान हितैषी अधिकारी बताया। विश्वास जताया गया कि बस्ती मंडल में भी वे अपनी विशेष कार्यशैली से नवाचार और सेवा का नया अध्याय लिखेंगे।
निष्कर्षतः, राम बचन राम की यह पदोन्नति सिर्फ प्रशासनिक बदलाव नहीं, बल्कि कर्म, सेवा और सरोकार से जुड़ी एक प्रेरक यात्रा की अगली सीढ़ी है – जो आने वाले अधिकारियों के लिए अनुकरणीय उदाहरण बनती है।

– ज्ञान सिंह, ब्यूरो रिपोर्ट

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