
एoसीoपी रजनीश वर्मा ने खुद दौड़ में शामिल होकर दिया एकता का संदेश
लखनऊ – सार्थक टाइम्स
भारत की अखंडता और एकता के प्रतीक लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर आज पूरे देश में राष्ट्रीय एकता दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
इसी क्रम में कृष्णा नगर पुलिस द्वारा एकता, अखंडता और सुरक्षा के महत्व को याद करते हुए “रन फॉर यूनिटी – एकता के लिए दौड़” का भव्य आयोजन किया गया।
इस विशेष अवसर पर सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) कृष्णा नगर श्री रजनीश वर्मा स्वयं पुलिसकर्मियों और नागरिकों के साथ एकता दौड़ में शामिल हुए।
उनके साथ थाना प्रभारी कृष्णा नगर, प्रदुम सिंह पुलिस बल के जवान, सिपाही और स्थानीय नागरिकों ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया।
यह दौड़ बांग्ला बाजार से शुरू होकर बारह बिरवा चौराहे तक निकाली गई, जिसमें देशभक्ति और एकता के नारों से पूरा क्षेत्र गूंज उठा।
एसीपी रजनीश वर्मा ने इस अवसर पर
“सरदार पटेल ने जिस मजबूत और एकजुट भारत का सपना देखा था, उसे साकार रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। एकता और सुरक्षा हमारी सबसे बड़ी ताकत है।”
पुलिसकर्मियों ने नागरिकों को राष्ट्रीय एकता, अखंडता और देशभक्ति का संदेश दिया।
“रन फॉर यूनिटी” में शामिल प्रतिभागियों ने पटेल जी के योगदान को याद करते हुए नारे लगाए —
“एक भारत, श्रेष्ठ भारत” और “देश की शान – सरदार पटेल महान।” पुलिस विभाग ने इस अवसर पर जागरूकता अभियान भी चलाया, जिसमें नागरिकों को एकजुट रहने और समाज में सौहार्द बनाए रखने का संदेश दिया गया।
सरदार वल्लभभाई पटेल: भारत की एकता के शिल्पकार हर वर्ष 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाई जाती है। पटेल जी ने भारत की 562 रियासतों को एक सूत्र में बांधकर अखंड भारत का निर्माण किया था।
वे आजीवन किसानों के कल्याण और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए समर्पित रहे, और उन्होंने न्याय, समानता और एकता को राष्ट्र की नींव माना।
पुलिस विभाग ने इस अवसर पर यह साबित किया कि पुलिस केवल कानून की रक्षक नहीं, बल्कि समाज में एकता और देशभक्ति की प्रेरक शक्ति भी है।

कृष्णा नगर पुलिस ने इस कार्यक्रम के माध्यम से नागरिकों में यह संदेश फैलाया कि “एकता में ही सुरक्षा है, और सुरक्षा में ही राष्ट्र की स्थिरता।”
सरदार पटेल की जयंती हमें यह याद दिलाती है कि भारत की शक्ति उसकी विविधता में एकता है।आज कृष्णा नगर पुलिस द्वारा आयोजित रन फॉर यूनिटी न केवल एक कार्यक्रम थी, बल्कि यह देशभक्ति, अनुशासन और एकता का प्रतीक बन गई।
ज्ञान सिंह एडिटर सार्थक टाइम्स









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